बसंत पंचमी पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त | Basant Panchami Pooja Vidhi in Hindi


Basant Panchami Pooja Vidhi in Hindi (बसंत पंचमी पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त) : श्रीमद् भागवत ग्रंथ के अनुसार 'Basant Panchami' के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. इस दिन मां सरस्वती से प्रसन्न होकर सबसे पहले मां सरस्वती की पूजा श्रीकृष्ण ने की थी. तभी से यह प्रथा हिंदू धर्म में "Basant Panchami" के रूप में मनाई जा रही है. इस लेख में हम बसंत पंचमी पूजा विधि सरस्वती पूजा के महत्व और बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से बताएंगे.

बसंत पंचमी (Basant Panchami) का महत्व 

Basant Panchami 2018

Basant Panchami
माघ के महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है. बसंत पंचमी से बसंतऋतु की शुरुआत होती है. इस दिन मौसम में एक मनोहरी छटा का समावेश होता है. इस महीने से ठंड गुलाबी (हल्की) पड़ने लगती है और पेड़ पौधों पर नई पत्तियां फूल और आम के पेड़ पर बौर दिखाई देने लगता है. इस ऋतु का मनोहारी दृश्य देखते ही बनता है.


ग्रंथों के अनुसार Basant Panchami का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पूजा विधि-विधान से करने पर सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं. Basant Panchami को वाणी और विद्या की देवी मां सरस्वती के जन्म दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस दिन सभी परिवारजन प्रातः काल सभी कामों से निपटकर जल्दी स्नान करते हैं.

इस दिन प्रातकाल स्त्रियां सभी गृह कार्य को जल्दी से समाप्त करने के पश्चात मां सरस्वती की आराधना करती है. इस दिन पीले वस्त्र पहनने चाहिए और पीले भोजन का सेवन करना चाहिए. जैसे-- केले, मीठी भात, बूंदी के लड्डू इत्यादि. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का विशेष महत्व माना जाता है.

सरस्वती पूजा विधि (Basant Panchami Puja Vidhi in Hindi)

Basant Panchami Puja Vidhi in Hindi

बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती और कामदेव की पूजा का विधान है. इस दिन स्त्रियों को मां सरस्वती की आराधना करनी चाहिए. स्कंद पुराण के अनुसार सरस्वती पूजा में "सफेद पुष्प, चंदन, सफेद वस्त्र" आदि का विशेष महत्व है. इस दिन "चंदन, सफेद वस्त्र और सफेद फूल" को अर्पण कर माता की पूजा करें. पूजा करने के पश्चात मां सरस्वती को दंडवत प्रणाम करें.

देवी सरस्वती पूजा मंत्र 

  'Basant Panchami' के दिन पूजा करते मां सरस्वती की स्तुति में अष्टाक्षर मंत्र का जाप करना चाहिए. यह मंत्र मां सरस्वती की आराधना के लिए श्रेष्ठतम माना जाता है.
अष्टाक्षर मंत्र - "श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा"

बसंत पंचमी 2019 पूजा का शुभ मुहूर्त 

इस साल बसंत पंचमी 10 फरवरी को मनाई जाएगी इस दिन सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त 7:15 से लेकर 12:30 तक रहेगा. इस मुहूर्त में मां सरस्वती की पूजा करना शुभ रहेगा.


दोस्तों! इस लेख में "Basant Panchami पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त " के बारे में विस्तार से बताया गया है. आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें नीचे कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं. अगर आपको बसंत पंचमी संबंधित यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें. यदि आप हमसे बात करना चाहते हैं. तो हमारे Contact Us पेज और Facebook पेज पर हम से कांटेक्ट कर सकते हैं. धन्यवाद

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